प्रगति में समूह चर्चा
कोलंबो योजना के तहत तीन अलग-अलग देशों अर्थात् श्री मोहम्मद जहीदूलहसन, मत्स्य निरीक्षण और गुणता नियंत्रण अधिकारी, मात्स्यिकी विभाग, मात्स्यिकी मंत्रालय और पशुधन, बांग्लादेश; डॉ.रूडी अगुंग नूग्रोहो, व्याख्याता और शोधकर्ता, मुलवरमन विश्वविद्यालय, तैमूर, इंडोनेशिया और श्री थू हां, सहायक मात्स्यिकी अधिकारी, मात्स्यिकी विभाग, म्यांमार से प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिए। 21 जनवरी, 2016 को, इस कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान, प्रतिभागियों द्वारा अलग से देश प्रस्तुति थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ सी.एन. रवि रविशंकर, निदेशक, भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं उनके देश में मात्स्यिकी क्षेत्र की स्थिति के बारे में प्रतिभागियों के साथ बातचीत किए और प्रशिक्षण के बारे में प्रतिभागियों से प्रतिक्रिया आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम हमें संबंधित क्षेत्र में हमारे पूरक की तुलना में हमारी ताकत और कमजोरियों का आकलन और मात्स्यिकी क्षेत्र के विकास के लिए सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक अवसर प्रदान करता है। डॉ. सुशीलामैथ्यू, प्रभागाध्यक्ष, जैव रसायन और पोषण प्रभाग, भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं पाठ्यक्रम समन्वयक के रूप में संस्थान के विभिन्न प्रभागों के वैज्ञानिकों को संसाधन व्यक्तियों के रूप में शामिल करके पूरे कार्यक्रम का समन्वय की।
Page Last Updated on 2017-02-22
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