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भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं में टीसीएस कोलंबो योजना के तहत ‘मत्‍स्‍य के जैवरसायन में आधुनिक विश्लेषणात्मक तरीकों’ पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया

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.प्रगति में सैद्धांतिक सत्र
 
 
 
प्रगति में व्यावहारिक सत्र

"मत्‍स्‍य जैव रसायन में आधुनिक विश्लेषणात्मक तरीके" पर आईटीईसी, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एक प्रशिक्षण कार्यक्रम टीसीएस कोलंबो योजना कार्यक्रम के तहत 9-21 जनवरी, 2017 के दौरान भाकृअनुप-केंद्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान, कोचीन के जैव रसायन और पोषण प्रभाग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मत्‍स्‍य जैव रसायन में सिद्धांत और विभिन्न विश्लेषणात्मक तरीकों दोनों पर प्रशिक्षुओं के लिए व्यावहारिक पहलू शामिल थे। इस कार्यक्रम के तहत शामिल विषयों की विस्तृत श्रृंखला में शामिल हैं, समुद्री जीव अणुओं-मानव स्वास्थ्य के मामले में वर्तमान और भविष्य का दृष्टिकोण, समुद्री न्यूट्रास्यूटिकल्स और कार्यात्मक खाद्य पदार्थों-चुनौतियों और अवसरों, पोषक तत्व रूपरेखा और पोषण लेबलिंग-महत्व, मत्‍स्‍य में विटामिन और खनिज, वैद्युत कण संचलन के सिद्धांतों और उसके अनुप्रययोग, स्पेक्ट्रोस्कोपी के सिद्धांतों, समुद्रीखाद्य सुरक्षा, मछुआ आबादी के कुपोषण को घटने के विस्‍तार पहल, उच्‍च संकटपूर्ण तरल निष्कर्षण और उसके अनुप्रययोग, क्रोमटोग्रफीकतकनीक, पोषक तत्व प्रचुर समुद्री खाद्य संसाधन के लिए पश्‍च प्रग्रहण इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हाल की प्रवृत्तियां,सेलुलरमें एचपीएलसी, जीसी, जीसी-एमएस, एल सी एमएसएमएस, एलिसा के सिद्धांत और आणविक लक्षण वर्णन और जीव अणुओंके संभावित संपदा के रूप में समुद्री सूक्ष्मजीवों। व्यावहारिक सत्र में मत्‍स्‍य जैव रसायन, आणविक जीव विज्ञान और खाद्य सुरक्षा में विभिन्न तकनीकों को कवर किया। प्रतिभागियों को भाकृअनुप-केस माअनुसं, एमपीईडीए और मत्‍स्‍य लैंडिंग केन्द्रों और उनके क्षेत्र निवेश के लिए अलग अलग संस्थानों की तरह बंदरगाहों का भी दौरा कराया गया।

प्रगति में समूह चर्चा

 
 
 
प्रगति में समापन सत्र 

कोलंबो योजना के तहत तीन अलग-अलग देशों अर्थात् श्री मोहम्मद जहीदूलहसन, मत्‍स्‍य निरीक्षण और गुणता नियंत्रण अधिकारी, मात्स्यिकी विभाग, मात्स्यिकी मंत्रालय और पशुधन, बांग्लादेश; डॉ.रूडी अगुंग नूग्रोहो, व्याख्याता और शोधकर्ता, मुलवरमन विश्वविद्यालय, तैमूर, इंडोनेशिया और श्री थू हां, सहायक मात्स्यिकी अधिकारी, मात्स्यिकी विभाग, म्यांमार से प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिए। 21 जनवरी, 2016 को, इस कार्यक्रम के समापन सत्र के दौरान, प्रतिभागियों द्वारा अलग से देश प्रस्तुति थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ सी.एन. रवि रविशंकर, निदेशक, भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं उनके देश में मात्स्यिकी क्षेत्र की स्थिति के बारे में प्रतिभागियों के साथ बातचीत किए और प्रशिक्षण के बारे में प्रतिभागियों से प्रतिक्रिया आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम हमें संबंधित क्षेत्र में हमारे पूरक की तुलना में हमारी ताकत और कमजोरियों का आकलन और मात्स्यिकी क्षेत्र के विकास के लिए सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए एक अवसर प्रदान करता है। डॉ. सुशीलामैथ्यू, प्रभागाध्‍यक्ष, जैव रसायन और पोषण प्रभाग, भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं पाठ्यक्रम समन्वयक के रूप में संस्थान के विभिन्न प्रभागों के वैज्ञानिकों को संसाधन व्यक्तियों के रूप में शामिल करके पूरे कार्यक्रम का समन्वय की।  

 

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