किशोर मत्स्यों को पकड़ने से बचने के लिए वर्ग मेश कोडन, कछुए अपवर्जन युक्तियां, मूल्य वर्धित उत्पादों की श्रृंखला, सौर शुष्क्क, न्यूट्रास्यूटिकल, मत्स्य पुष्ट सूप पाउडर और बहुत कुछ। राष्ट्रीय कृषि शिक्षा दिवस समारोह के भाग के रूप में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत यह केंद्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्थान का दौरा किए नवेल बेस केन्द्रीय विद्यालय 2 और आईएनएस द्रोनाचार्य केन्द्रीय विद्यालय के छात्रों के लिए एक रोमांचक दिन था। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ.सुशीला मैथ्यू, प्रभागाध्क्षा, जैव रसायन एंव पोषण प्रभाग, के मा प्रौ सं और प्रभारी निदेशक, भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं ने राष्ट्रीय कृषि शिक्षा दिवस के महत्व पर चर्चा की और भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाली, उन्होंने देश को एक संपोषणीय आजीविका प्रणाली की दिशा में आगे बढ़ने के लिए विद्यार्थियों को कृषि और संबद्ध क्षेत्र में अपने कैरियर के निर्माण के लिए एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए कही। डॉ.साली एन.थॉमस, प्रधान वैज्ञानिक, मत्स्यन प्रौद्योगिकी प्रभाग और डॉ.एम.एम.प्रसाद, प्रभागाध्क्ष, एमएफबी प्रभाग और डा.मनोज शमूएल, प्रभागाध्क्ष, अभियांत्रिकी वैज्ञानिक विकास के बारे में छात्रों के साथ बातचीत किए। छात्रों को विभिन्न मत्स्यन के तरीके हुक और लाइन से लेकर कारखाने के जहाजों तक अवगत कराया गया। उन्हें नकारात्मक प्रभावों जैसे अति मत्स्यन, संसाधन की कमी, गोस्ट मत्स्यन के तरीकों और जिम्मेदार मत्स्यन के महत्व पर भी संवेदनशील किया गया। जल संरक्षण का महत्व और आगामी जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हुई। डॉ.ए.के.मोहंती, प्रभागाध्क्ष, विस्तार, सूचना और सांख्यिकी प्रभाग कृषि और संबद्ध विषयों में उच्च शिक्षा के अवसरों और इसके कैरियर की संभावनाओं के बारे में एक अवलोकन दिया। बाद में, छात्र के मा प्रौ सं के विभिन्न प्रयोगशालाओं का दौरा किए और उन्हें पायलट प्रसंस्करण संयंत्र और जाल संरचना इकाई की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। डॉ.ए.सुरेश और डॉ.ए.आर.आर.एस.मेनन इस कार्यक्रम का समन्वय किए।
डॉ.सुशीला मैथ्यू छात्रों के साथ बातचीत करना
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