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श्री सुदर्शन भगत, माननीय राज्य मंत्री का भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं दौरा

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श्री सुदर्शन भगत, माननीय केन्द्रीय कृषि  और किसान कल्याण राज्य  मंत्री  द्वारा
भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं की उपलब्धियों की सराहना

श्री सुदर्शन भगत, माननीय केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री, भारत सरकार 5 मई, 2017 को भा कृ अनु प-केन्‍द्रीय मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी संस्‍थान, कोचीन का दौरा संस्थान की गतिविधियों की समीक्षा करने के लिए किए। प्रारंभ में, प्रग्रहण एवं पश्‍च प्रग्रहण के क्षेत्रों में संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए;   डॉ.सी.एन. रविशंकर, निदेशक, भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं एनएबीएल से मान्यता प्राप्त सुसज्जित प्रयोगशाला सुविधाओं, राष्ट्रीय स्तर रेफरल खाद्य प्रयोगशालाओं, पायलट संसाधन संयंत्र, कृषि व्यापार उद्भवन केंद्र आदि जैसे कुछ महत्वपूर्ण गतिविधियों के बारे में माननीय मंत्री महोदय को अवगत कराया। उन्होंने भारत सरकार के विभिन्न फ्लैगशिप कार्यक्रमों के तहत संस्थान की उपलब्धियों  अर्थात्; मेरा गांव मेरा गौरव, स्‍वच्‍छ  भारत, उपूप/ जनजातीय कार्यक्रम के द्वारा देश के 22 से अधिक राज्यों में फैले मत्‍स्‍यन समुदायों जिस में उपूप राज्यों  और लगभग सभी मत्‍स्‍य पारिस्थितिक तंत्र अर्थात् लवणीय, खारा जल, स्‍वच्‍छ  जल सहित देश के दूर दराज तक पहुंचना सविस्‍तार से बताया।
कोच्चि आधारित अग्रणी मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान यानी भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं कार्यों की सराहनीय करते हुए माननीय केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री, श्री सुदर्शन भगत ने कहा कि, गरीब और कुपोषित खेती परिवारों के बीच पोषण सुरक्षा और इस खेती परिवारों के आय को दोगुना करने की क्षमता मात्स्यिकी क्षेत्र में अधिक है। वे 6% से अधिक की वृद्धि दर के साथ देश की उत्‍साहवर्धक मत्‍स्‍य उत्पादन क्षमता की सराहना करते हुए वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि अनुसंधान को अंत उपयोगकर्ताओं के साथ जोड़ने का यही सही समय है, जो देश में ब्लू क्रांति लाने के माननीय प्रधानमंत्री के पोषित सपने को साकार कर सकता है। माननीय केन्द्रीय मंत्री आधुनिक प्रौद्योगिकियों के साथ पारंपरिक ज्ञान की तकनीक अधिक लागत प्रभावी और टिकाऊ बनाने के लिए एक उपयोगी सम्मिश्रण की भी सलाह दिए। उन्होंने हितधारकों के समस्याओं के संबंध में उपस्थित मछुआरों, महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों और मात्स्यिकी क्षेत्र में प्रग्रहण और पश्‍च प्रग्रहण में शामिल से भी बातचीत किए।

आपने विभिन्न प्रयोगशालाओं की दौरे के दौरान, श्री सुदर्शन भगत, माननीय केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री इस क्षेत्र में उभरते मुद्दों के समाधान में भा कृ अनु प- के मा प्रौ सं  न केवल मत्‍स्‍य प्रग्रहण और पश्‍च प्रग्रहण में बल्कि मूल्य वर्धित मत्‍स्‍य उत्पाद विकास, गुणवत्ता का अनुरक्षण और सुरक्षा मानकों के विकास में  अनुसंधान प्रगति से अधिक संतोष व्यक्त किए । इस अवसर पर, माननीय राज्य मंत्री कुछ नव विकसित मत्‍स्‍य उत्पादों अर्थात् कोलेजन पेप्टाइड बिस्कुट, समुद्री शैवाल न्यूट्री पिएं, कैल्शियम और आयरन पुष्‍ट मत्‍स्‍य सूप पाउडर और एक ई-बुक जिसका शीर्षक "भारत के यंत्रीकृत मत्स्यन जहाज" है का लोकार्पण भी किए। यह कार्यक्रम डॉ.ए.के.मोहंती, प्रभागाध्‍यक्ष, विस्‍तार, सूचना  और सांख्यिकी प्रभाग के धन्यवाद  ज्ञापन के साथ समाप्त हो गया ।  संस्थान के वैज्ञानिकों और अन्य कर्मचारियों सब के सब इस कार्यक्रम को भव्य सफल बनाने के लिए भाग लिए।
 

माननीय राज्यमंत्री द्वारा समुद्री शैवाल न्यूट्री पेय का लोकार्पण 

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