भा कृ अनु प के मा प्रौ सं की वीरावल अनुसंधान केंद्र जुलाई 1962 को स्थापित किया गया ताकि गुजरात राज्य के मात्स्यिकी प्रौद्योगिकी के शोध जरूरतों को सहयोग दिया जा सके । इस अनुसंधान केंद्र दो विभाग हैं । मत्स्य प्रौद्योगिकी एवं मत्स्य संसाधन प्रौद्योगिकी, जो पैदावार और पश्च पैदावार प्रौद्योगिकी की जरूरतों पर ध्यान देती हैं ।