10-12 दिसंबर 2018 को भा कृ अनु प-के मा प्रो सं उ पू प घटक के तहत उत्तर पूर्वी पहाड़ी क्षेत्र के कृ वि के, भा कृ अनु प अनुसंधान परिसर में, मूल्य वर्धित मत्स्य उत्पादों के विकास पर एक प्रशिक्षण-सह-प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ.मनोज पी.सैमुअल, प्रधान वैज्ञानिक और प्रभागाध्यक्ष, अभियांत्रिकी प्रभाग और श्री दिनेश प्रभु, वरिष्ठ तकनीकी सहायक, म सं प्रभाग ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में 35 से अधिक खेती करने वाली महिलाओं ने भाग लिया और उन्हें क्लास रूम व्याख्याताओं और विधि प्रदर्शन के माध्यम से विभिन्न मत्स्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों और मूल्य वर्धित उत्पादों पर संवेदीकरण किया गया। मत्स्य अचार, मत्स्य कटलेट, मत्स्य फिंगर आदि जैसे विभिन्न मत्स्य के मूल्य वर्धित उत्पादों का प्रदर्शन 'क्रियामूलक ज्ञान' रीति के द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम कृविके, री-भोई, मेघालय के सहयोग से आयोजित किया गया। उ पू प घटक के तहत कृविके में मत्स्य प्रसंस्करण प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए भा कृ अनु प- उ पू प और भा कृ अनु प-के मा प्रो सं के बीच एक समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया है। भा कृ अनु प- उ पू प के निदेशक डॉ.नरेंद्र प्रकाश के साथ समापन समारोह में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया। इससे पहले 10 दिसंबर 2018 को उद्घाटन सत्र में डॉ.एस.दास, प्रभागाध्यक्ष, मत्स्य प्रभाग और प्रभारी निदेशक, भा कृ अनु प-उ पू प, डॉ.ए.के. झा, नोडल अधिकारी, कृविके और डॉ.ए.के सिंघा, निदेशक प्रभारी, अटारी, बारापानी ने भाग लिया था। डॉ.एस.दास ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों, प्रशिक्षुओं और कृविके कर्मचारियों की उपस्थिति में मत्स्य प्रसंस्करण प्रयोगशाला का प्रारंभ किया।
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