दिनांक 8 जून, 2018 को डॉ.प्रवीण पुत्रा, सहायक महानिदेशक (समुद्री मात्स्यिकी), भाकृअनुप, नई दिल्ली ने भाकृअनुप – केमाप्रौसं के वेरावल अनुसंधान केंद्र का दौरा किए। अपनी यात्रा के दौरान, डॉ.प्रवीण ने भाकृअनुप – केमाप्रौसं और भाकृअनुप – केसमाअसं, वेरावल के वैज्ञानिक और प्रशासनिक कर्मचारियों से बातचीत किए। उन्होंने इन केंद्रों के अनुसंधान और प्रशासनिक गतिविधियों पर चर्चा भी किए। बाद में, उन्होंने केंद्र के "विश्व महासागर दिवस" समारोह का उद्घाटन किए। अपने संबोधन के दौरान, प्लास्टिक प्रदूषण और सीवेज समुद्र में डंपिंग के कारण मछुआ समुदाय द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों पर जोर दिए। उन्होंने प्लास्टिक उत्पाद और सामग्रियों के न्यूनतम उपयोग पर दिन-प्रतिदिन के जीवन में प्रतिज्ञा करने का सुझाव दिए और प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए पुनर्नवीनीकरण योग्य सामग्री का उपयोग शुरू करने को कहे।
डॉ.प्रजीत के.के प्रभारी वैज्ञानिक ने केंद्र में एडीजी का स्वागत और विभिन्न शोध गतिविधियों की व्याख्या किया। उन्होंने विश्व महासागर दिवस के महत्व पर भी बात किया। केंद्र में इस समारोह के सिलसिले में, विभिन्न प्रतियोगिताओं (भाषण, चित्रकला इत्यादि) आयोजित किए गए थे और इस के विजेताओं को पुरस्कार अतिथि द्वारा वितरित किए गए। डॉ.एस.रम्या, वैज्ञानिक ने औपचारिक रूप से सभा का स्वागत की और श्रीमती वी.रेणुका, वैज्ञानिक ने धन्यवाद भाषण प्रदान की।
Page Last Updated on 2018-09-01
Visitors Count :
All rights reserved © Central Institute of Fisheries Technology (CIFT)
Website Powered by Cloud Business Pages from INI Technologies Pvt Ltd, India