भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं अनुसंधान यान मत्स्यकुमारी-II ओक्खी चक्रवात के सिलसिले में किए जा रहे खोज और बचाव कार्यों से जुड़ा हुआ है और यह कोचीन से 10.12.2017 को सुबह 7 बजे शुरू हुआ। श्री फ्रांसिस सेवियर, कप्तान इस ऑपरेशन में शामिल के मा प्रौ सं के दल का नेतृत्व कर रहे हैं। केरल सरकार के मात्स्यिकी विभाग के प्रवर्तन विंग के दो अधिकारी, पोज़ीयूर के दो मछुआरे भी के मा प्रौ सं विभागीय यान के बोर्ड पर हैं। के स मा अनु सं अनुसंधान यान सिल्वर पोम्पानो भी साथ में ही खोज संचालन कर रहा है। संयुक्त निदेशक, मात्स्यिकी, एर्नाकुलम की सूचना के अनुसार इन जहाजों को शुरू में अलापुष़ा के उत्तर में 140 समुद्री मील की दूरी पर 5 दिनों के लिए खोज करने के लिए सुसज्जित किया गया है। भा कृ अनु प-के मा प्रौ सं का मत्स्यन प्रौद्योगिकी प्रभाग भी ओक्खी के समुद्री मात्स्यिकी में होने वाले प्रभाव पर एक अध्ययन शुरू किया है।
Page Last Updated on 2017-12-12
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